मुझे तुमसे मिला है प्यार,
तूने इतना दिया दातार,
करूँ तेरा शुक्रिया,
मैं तुमसे कहूँ हर बार,
तूने इतना दिया दातार,
करूँ तेरा शुक्रिया।।
ना भाग्य प्रबल मेरा,
ना कर्म किये अच्छे,
तेरी सेवा कभी ना की,
ना भाव मेरे सच्चे,
फिर भी ऐ दीनदयाल,
तूने मेरा रखा ख्याल,
करूँ तेरा शुक्रिया।।
मैं राह का पत्थर था,
ठोकर ही खाता था,
जिस महफ़िल में जाऊं,
अपमान ही पाता था,
दिया चरणों में स्थान,
मुझे सबसे मिला सम्मान,
करूँ तेरा शुक्रिया।।
आँखों के ये आंसू,
कभी रुक नहीं पाते थे,
जिस दर पे भी जाऊं,
सब पीठ दिखाते थे,
‘सोनू’ पे किया उपकार,
तूने खोले अपने द्वार,
करूँ तेरा शुक्रिया।।
मुझे तुमसे मिला है प्यार,
तूने इतना दिया दातार,
करूँ तेरा शुक्रिया,
मैं तुमसे कहूँ हर बार,
तूने इतना दिया दातार,
करूँ तेरा शुक्रिया।।
स्वर – मुकेश बागड़ा जी।