देखा है मैंने जबसे,
झांकी प्रभु की तब से,
मुझे श्याम ही पसंद आए,
बाबा श्याम ही पसंद आये,
खाटू से आया जब से,
प्रेमी बना मैं तब से,
मुझे श्याम ही पसंद आये,
खाटू धाम ही पसंद आए।।
तर्ज- ये दुआ है मेरी रब से।
दीवाना हो गया हूं बाबा,
अब तो मैं तुम्हारा,
कैसे करूं मैं शुक्रिया,
जो तूने दिया सहारा,
वर्णन करूं क्या मुख से,
लिया नाम मैंने जब से,
तेरा नाम ही पसंद आए,
मुझे श्याम ही पसंद आये।।
मेरे श्याम जैसा दाता,
कोई दुनिया में नहीं है,
डूबती हुई कश्ती का किनारा,
बस एक तो वही है,
देखा है मैंने जबसे,
झांकी प्रभु की तब से,
मुझे श्याम ही पसंद आये।।
मेरी जिंदगी संवर गई है,
दर्शन तेरा पाकर,
अपने मिलन को रखना,
हमेशा चरणों से लगा कर,
कभी रूठना ना मुझसे,
मुझे साथियों में सबसे,
तेरा साथ ही पसंद आए,
मुझे श्याम ही पसंद आये।।
देखा है मैंने जबसे,
झांकी प्रभु की तब से,
मुझे श्याम ही पसंद आए,
बाबा श्याम ही पसंद आये,
खाटू से आया जब से,
प्रेमी बना मैं तब से,
मुझे श्याम ही पसंद आये,
खाटू धाम ही पसंद आए।।
गायक / प्रेषक – मिलन श्रीवास।