मृगनयनी को यार नवल रसिया भजन लिरिक्स

मृगनयनी को यार,
नवल रसिया,
मृगनयनी।।



बडी बड़ी अखियां,

नैनन में सुरमा,
तेरी टेढी चितवन,
मेरे मन बसिया,
मृगनयनी,
मृगनैनी को यार,
नवल रसिया,
मृगनयनी।।



अतलस को याको,

लहंगा सोहे,
झुमक सारी,
मेरे मन बसिया,
मृगनयनी,
मृगनैनी को यार,
नवल रसिया,
मृगनयनी।।



छोटी अंगुरिन,

मुंदरी सोहे,
याके बिच आरसी,
मन बसिया,
मृगनयनी,
मृगनैनी को यार,
नवल रसिया,
मृगनयनी।।



याके बांह बड़ाे,

बाजूबन्द सोहे,
याके हियरे हार,
दिपत छतिया,
मृगनयनी,
मृगनैनी को यार,
नवल रसिया,
मृगनयनी।।



रंगमहल में,

सेज सजाई,
याके लाल पलंग,
पचरंग तकिया,
मृगनयनी,
मृगनैनी को यार,
नवल रसिया,
मृगनयनी।।



‘पुरुषोत्तम’ प्रभु,

देख विवश भए,
सबे छोड़,
ब्रज में बसिया,
मृगनयनी,
मृगनैनी को यार,
नवल रसिया,
मृगनयनी।।



मृगनयनी को यार,

नवल रसिया,
मृगनयनी।।

Singer – Pawan Brijwasi


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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