मोहे रंग दे श्याम,
तेरे रंग में मोहे रंग दे।।
तेरे ही रंग में तो,
मीरा रंगी थी,
मेरो तो गिरधर गोपाल,
कहे सब से,
मोहे रंग दे,
मोहे रँग दे श्याम,
तेरे रंग में मोहे रंग दे।।
राधे को कैसों तू,
रंग चढ़ायो,
हो गई वो बेहाल,
गयो जब से,
मोहे रंग दे,
मोहे रँग दे श्याम,
तेरे रंग में मोहे रंग दे।।
नरसी भगत के,
चढ़यो रंग ऐसो,
नाचे वो नौ नौ ताल,
झूमे तब से,
मोहे रंग दे,
मोहे रँग दे श्याम,
तेरे रंग में मोहे रंग दे।।
जिसको भी तेरा,
ये रंग चढ़ा है,
मिटे सभी जंजाल,
मिले तुझसे,
मोहे रंग दे,
मोहे रँग दे श्याम,
तेरे रंग में मोहे रंग दे।।
‘बिन्नू’ को ऐसे ही,
रंग में भिगो दे,
अर्ज़ी सुन नंदलाल,
खड़ा कब से,
मोहे रंग दे,
मोहे रँग दे श्याम,
तेरे रंग में मोहे रंग दे।।
मोहे रंग दे श्याम,
तेरे रंग में मोहे रंग दे।।
Singer – Rajni Rajasthani