मोहन आए बसो मेरे मन में,
मेरे मन में मेरे मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में।।
सावन आया तुम नहीं आए,
तुम्हरे दरश बिन कुछ नहीं भाए,
मन में मेरे यही उठत है,
जाए बसूँ मैं वृन्दावन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में।।
सुरतिया जाको दर्शाई,
टेर प्रभु से जिसने लगाई,
मिथ्या सब संसार बसा है,
मिथ्या सब संसार बसा है,
मोहन आए बसों मेरे मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में।।
सांवरी सूरत मन को लुभाए,
तुझ बिन श्यामा चैन ना आए,
हृदय मंदिर सुना पड़ा है,
अब देओ दर्शन इस मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में।।
सुरतिया मीरा दर्शाई,
राज छोड़ तन भस्म रमाई,
तुच्छ समझ संसार तजा था,
तुच्छ समझ संसार तजा था,
मोहन बस गए मेरे मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में।।
मोहन आए बसो मेरे मन में,
मेरे मन में मेरे मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में,
मोहन आए बसों मेरे मन में।।
Singer – Vandana Bhardwaj