मीठा लागे सबरी रा बोर,
छोटे भैया मीठा लागे भीलणी रा बोर,
हो लक्ष्मण भैया,
मीठा लागे सबरी रा बोर।।
ईनरे वनों में भैया,
कदे नही आया रे,
फिर गया चारो ओर रे,
हो लक्ष्मण भैया,
मीठा लागे सबरी रा बोर।।
ऐडा ऐडा बोर माता,
कौसल्या देती रे,
करे कोई जिनरी होड़ रे,
छोटे भैया मीठा लागे भिलनी रा बोर,
मीठा लागे सबरी रा बोर।।
इणरे बोरो में भैया,
कोई कोई मीठा रे,
जिनरी ठंडी कोर रे,
जिणरी है खांडी कोर,
छोटे भैया मीठा लागे भिलनी रा बोर,
मीठा लागे सबरी रा बोर।।
तुलसीदास सबरी बड़भागान,
घरे आया नवलकिशोर रे,
हो लक्ष्मण भैया,
मीठा लागे सबरी रा बोर।।
मीठा लागे सबरी रा बोर,
छोटे भैया मीठा लागे भीलणी रा बोर,
हो लक्ष्मण भैया,
मीठा लागे सबरी रा बोर।।
स्वर – प्रकाश जी माली।
प्रेषक – जोगा राम मोदी
9636362159
नाईस भजन