सारे जहां मैं रुका सै,
तेरा चौधर सै तेरे नाम की,
मिलके सारे जय बोलो,
श्री जोतराम भगवान की।।
तर्ज – तेरी नचाई नाचूं सूं।
श्री जोतराम भगवान तेरी सै,
अजब निराली माया,
उसके बारे न्यारे करता है,
तेरी चौखट पै आया,
जिसने ध्यान लगाया तेरा,
दिक्कत ना किस्से बात की,
मिलकै सारे जय बोलो,
श्री जोतराम भगवान की।।
धोली ध्वजा नै थाक,
सारे बोलें सै जय कारा,
दुखिया की पुकार सुनै सै,
करे जग मै उजियारा,
जिसनै तेरा मिला सहारा,
दिक्कत ना किसे बात की,
मिलकै सारे जय बोलो,
श्री जोतराम भगवान की।।
सारे जहां की शान बना तू,
किरपा तेरी सब पै,
पूजा तेरी अजब निराली,
जो चलता भगती पथ पै,
झुठ्या की करे खाट खड़ी,
और सत का बना हिमाती,
मिलकै सारे जय बोलो,
श्री जोतराम भगवान की।।
डंका बाजै तेरे नाम का,
श्री सूरज शरण बतावै,
संजीव जांगड़ा कलम चलाकै,
दिल तै भजन बनावै,
आजाद भगत तेरी रहमत चाहवै,
कहता तेरी शान की,
मिलकै सारे जय बोलो,
श्री जोतराम भगवान की।।
सारे जहां मैं रुका सै,
तेरा चौधर सै तेरे नाम की,
मिलके सारे जय बोलो,
श्री जोतराम भगवान की।।
लेखक / गायक – संजीव टोहाना।
9896578391