म्हारो कृष्ण कन्हैयो रूठ गयो जी,
दोहा – कृष्णा रे तू मत जानीयो,
तू बिछड्यो मोयजे,
जैसे जल बिन माछली,
वह तड़प रही दिन रेण।
म्हारो कृष्ण कन्हैयो रूठ गयो जी,
म्हारो कृष्ण कन्हैयो रूट गयो जी,
इन यशोदा मनावन जाय,
ब्रज रा मोरीया रे म्हाने कृष्ण मिलादे रे,
म्हाने कृष्ण मिलादे रे,
ओ म्हाने कृष्ण मिलादे रे,
म्हाने श्याम मिलादे रे।।
अरे बैठा कदम की डाल पे रे,
कान्हा बैठा कदम की डाल पे रे,
कोई बैठा मुरली बजाय,
यशोदा रा लालजी,
मथुरा में बिराजे रे,
मथुरा में बिराजे रे।।
मथुरा मायने आविया रे कान्हा,
मथुरा मायने आविया रे,
कान्हा नाग नाथ घर जाय,
यशोदा रा लालजी,
मथुरा में बिराजे रे,
मथुरा में बिराजे रे।।
म्हारो कृष्ण कन्हैयो रूट गयो जी,
म्हारो कृष्ण कन्हैयो रूट गयो जी,
इन यशोदा मनावन जाय,
ब्रज रा मोरीया रे म्हाने कृष्ण मिलादे रे,
म्हाने कृष्ण मिलादे रे,
ओ म्हाने कृष्ण मिलादे रे,
म्हाने श्याम मिलादे रे।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818