म्हारे संत शिरोमणि आया,
मैं राम कृपा से पाया,
मैं राम कृपा से पाया,
मैं हरि कृपा से पाया,
म्हारें संत शिरोमणि आया,
मैं राम कृपा से पाया।।
मैं भरम करम अधिकारी,
मेरी बुद्धि निर्मल कर डारी,
मैं फंसयो इण संसारा,
मेरा बंधन काट किया न्यारा,
म्हारें संत शिरोमणि आया,
मैं राम कृपा से पाया।।
म्हाने शबद दिया तत सारा,
मेरे अंदर भया उजियारा,
मेरा तिमीर भागा सारा,
मैं दिल में करुं दीदारा,
म्हारें संत शिरोमणि आया,
मैं राम कृपा से पाया।।
वे संत बड़ा हितकारी,
मेरी दुविधा दूर निवारी,
वे साधु सदा सुखदाई,
ज्यारे राम चरण बलिजाई,
म्हारें संत शिरोमणि आया,
मैं राम कृपा से पाया।।
म्हारे संत शिरोमणि आया,
मैं राम कृपा से पाया,
मैं राम कृपा से पाया,
मैं हरि कृपा से पाया,
म्हारें संत शिरोमणि आया,
मैं राम कृपा से पाया।।
स्वर – संत श्री सुखराम जी महाराज।
Upload By – Keshav