मेरी विनती यही है साईं देवा,
कृपा बरसाए रखना,
कृपा बरसाए रखना, हे साईं देवा,
कृपा बरसाए रखना, हे सद्गुरु देवा,
दया बरसाए रखना,
कलयुग घनघोर है छाया,
शरण तू लगाए रखना,
कृपा बरसाए रखना।।
तर्ज – मेरी विनती यही है राधा रानी।
छोड़ दुनिया के सारे झूठे नाते,
साईं मैं तेरे द्वार आ गया,
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे,
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे,
दया तू बनाए रखना,
कृपा बरसाए रखना।।
तुम लेके रूप फकीरी,
शिर्डी में आए साईं,
नीम तले तूने डाला है डेरा,
दुखड़े तू मिटाए रखना,
दया तू बनाए रखना,
कृपा बरसाए रखना।।
हे योगीराज राजाधिराजा,
तुम सच्चीदानंदा हो,
भक्तो के सिरों पे साईं देवा,
तू हाथ लगाए रखना,
दया तू बनाए रखना,
कृपा बरसाए रखना।।
मेरी विनती यही है साईं देवा,
कृपा बरसाए रखना,
कृपा बरसाए रखना, हे साईं देवा,
कृपा बरसाए रखना, हे सद्गुरु देवा,
दया बरसाए रखना,
कलयुग घनघोर है छाया,
शरण तू लगाए रखना,
कृपा बरसाए रखना।।
स्वर – राकेश काला।