मेरी झोली में डालो सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की,
राधा राधा नाम की,
बिहारी जी के नाम की,
बिहारी जी के नाम की,
किशोरी जी के नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
राधा नाम की लगन लगा दी,
सोई किस्मत मेरी जगा दी,
मेरे सतगुरु ने दी मुझे दीक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
राधा नाम सर्वस्व हमारा,
राधा नाम बिन ना ही गुजारा,
जीवन भर करेंगे प्रतिक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
राधा नाम जो हमको सुनाएं,
उन चरणों में हम बिक जाएं,
वृंदावन में पाई यही शिक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
‘चित्र विचित्र’ की झोली भर दी,
ऐसी कृपा पागल ने कर दी,
ऐसी कृपा गुरुवर ने कर दी,
पूरी हो गई मेरे मन की इच्छा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
मेरी झोली में डालो सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की,
राधा राधा नाम की,
बिहारी जी के नाम की,
बिहारी जी के नाम की,
किशोरी जी के नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
स्वर – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।
प्रेषक – शेखर चौधरी मो – 9074110618