मेरे श्याम तेरे नाम न्यारे न्यारे,
किस नाम से तुम्हे हम पुकारे,
तुम्हे जब हम बुलाये आ जाना,
मेरें श्याम तेरे नाम न्यारे न्यारे,
किस नाम से तुम्हे हम पुकारे।।
तर्ज – तेरे होंठों के दो फूल।
भजन – मेरे लाड़ले गणेश प्यारे।
कहे राधा तुम्हे नंदलाला,
और मीरा कहे गोपाला,
कोई कहता है मुरली वाला,
कोई कहता है गोकुल का ग्वाला,
गोपियों के चित चोर,
कहे तुझे नन्द किशोर,
तुम्हे नटखट कहे सारा बरसाना,
मेरें श्याम तेरे नाम न्यारे न्यारे,
किस नाम से तुम्हे हम पुकारे।।
हे माधव बांके बिहारी,
दे दो दर्शन कृष्ण मुरारी,
हे मुरली धर गिरधारी,
प्रभु लीला है अद्भुत तुम्हारी,
कभी सुदामा के साथ,
भरे नरसी जी का भात,
कैसी तेरी है लीला बतला जाना,
मेरें श्याम तेरे नाम न्यारे न्यारे,
किस नाम से तुम्हे हम पुकारे।।
तेरी सेवा में आठों पटरानी,
तुम्हे प्यारी लगे राधा रानी,
इस बात पे है हैरानी,
सारी गोपियाँ तेरी दीवानी,
तेरी नन्द कुमार,
बोले ‘बैरागी’ जय जयकार,
मेरे सत्संग में श्याम जी आ जाना,
मेरें श्याम तेरे नाम न्यारे न्यारे,
किस नाम से तुम्हे हम पुकारे।।
मेरे श्याम तेरे नाम न्यारे न्यारे,
किस नाम से तुम्हे हम पुकारे,
तुम्हे जब हम बुलाये आ जाना,
मेरें श्याम तेरे नाम न्यारे न्यारे,
किस नाम से तुम्हे हम पुकारे।।
स्वर – कनिष्का नेगी।
प्रेषक – श्वेता विज।