आजा मेरे कन्हैया,
मेरी बीच भँवर में नैया,
तू ही पार लगैया बाबा,
तू ही खेवनहार,
मेरे श्याम सलोने सांवरा,
तू मोटो लखदातार,
मेरे श्याम सलोने साँवरा,
तू मोटो लखदातार।।
तर्ज – कुदरत ने बनाया होगा।
बड़ी आस लगा दर पे आया,
मेरे नैन बहे बिलख़ै काया,
तुम धीर बंधाओ नाथ मेरे,
सर पे रख दो तुम हाथ मेरे,
माझी बनो कन्हैया,
कर दो पार खिवैया,
हे दुनिया के रचैया,
कर दो इतना उपकार,
मेरे श्याम सलोने साँवरा,
तू मोटो लखदातार।।
मतलब की है दुनियादारी,
या हंसी करै बाबा म्हारी,
ना देर लगाओ गिरधारी,
म्हानै पड़ी ज़रूरत है थारी,
आजा रास रचैया,
ओ बंसी के बजैया,
पार करो म्हारी नैया,
ना देर करो सरकार,
मेरे श्याम सलोने साँवरा,
तू मोटो लखदातार।।
क्यूँ देर भई जग के स्वामी,
थारी नज़र करो म्हारै कानी,
हारे का साथ सदा देते,
निज भक्तों को अपना लेते,
लाज रखो असुवन की,
पीड़ हरो म्हारै मन की,
‘देवकीनंदन’ की,
थे अरज़ करो स्वीकार,
मेरे श्याम सलोने साँवरा,
तू मोटो लखदातार।।
आजा मेरे कन्हैया,
मेरी बीच भँवर में नैया,
तू ही पार लगैया बाबा,
तू ही खेवनहार,
मेरे श्याम सलोने सांवरा,
तू मोटो लखदातार,
मेरे श्याम सलोने साँवरा,
तू मोटो लखदातार।।
Singer / Upload – Devkinandan Periwal