मेरा श्याम का मुखड़ा,
लगे चाँद का टुकड़ा,
नजर ना लगे,
मेरे श्याम को कहीं,
मेरा श्याम का मुखडा,
लगे चाँद का टुकड़ा।।
तर्ज – ये रेशमी जुल्फे।
माथे मोर मुकुट टिका,
चन्दन का,
सारे ब्रज में है चर्चा यशोदा,
नंदन का,
सुन्दर लागे श्याम सलोना,
कर ना दे कोई टोना,
नजर ना लगे,
मेरे श्याम को कहीं,
मेरा श्याम का मुखडा,
लगे चाँद का टुकड़ा।।
सोहे तन पे पीताम्बर,
तारों जड़ा,
कान्हा सजधज के लागे,
प्यारा बड़ा,
वैजन्ती माला प्यारी,
माथे पे लट घुंघराली,
नजर ना लगे,
मेरे श्याम को कहीं,
मेरा श्याम का मुखडा,
लगे चाँद का टुकड़ा।।
पग में प्यारी पैंजनिया,
बाज रही,
मुरली होंठो पे प्यारी,
साज रही,
मधुर मधुर मुरली बाजे,
राधा संग सखियाँ नाचे,
नजर ना लगे,
मेरे श्याम को कहीं,
मेरा श्याम का मुखडा,
लगे चाँद का टुकड़ा।।
बातें आँखों ही आँखोंमें ,
हो जाती है,
सुधबुध ‘चोखानी’ की ‘रोमी’,
खो जाती है,
इनकी छवि में वो जादू,
दिल हो जाता बेकाबू,
नजर ना लगे,
मेरे श्याम को कहीं,
मेरा श्याम का मुखडा,
लगे चाँद का टुकड़ा।।
मेरा श्याम का मुखड़ा,
लगे चाँद का टुकड़ा,
नजर ना लगे,
मेरे श्याम को कहीं,
नजर ना लगे,
मेरे श्याम को कहीं।।
Singer : Romi Ji