मेरे साहेबा, मैं तेरी हो चुकियां,
मेरे मोहना, मैं तेरी हो चुकियां,
मेरे साजना, मैं तेरी हो चुकियां । ।
(मेरे भगवन, में तेरी हो चुकी हूँ,
मेरे मोहन,में तेरी हो चुकी हूँ,)
अवगुण हारी, कोई गुण नाहीं,
बक्श करे ते मैं झुकियां । ।
(बुराई को दूर करने वाले,
मुझमे कोई गुण नहीं है,
मुझे क्षमा करो, में झुकता हूँ)
जे तू नज़र मेहर दी पावे,
चढ़ चौबारे मैं सुतियाँ । ।
(यदि आप अपनी,
करुणा नजर मुझ पर कर दो,
तब मेरी सारी चिंताए दूर हो जाएगी),
मनु ना विसारी, मैनु मेरे सोणेया,
हर गल्लो मैं झुकियां । ।
(मुझे अपने मन से कभी दूर मत करना,
मेने खुद को तुम्हे समर्पित कर दिया है)
ज्यो भावे त्यों राख प्यारेया,
दाम तेरे मैं लुटियां । ।
(तुम्हे जैसे रखना है मुझे रख लो,
तेरे मोल से में लूट गई हूँ,)
कहे हुसैन, फकीर साई दा,
इक तेरी बन मुकियां । ।
(ज्ञानियो का कहना है,
एक तेरा बनकर रहना है,)
मेरे साहेबा, मैं तेरी हो चुकियां,
मेरे मोहना, मैं तेरी हो चुकियां,
मेरे साजना, मैं तेरी हो चुकियां । ।
अति सुंदर भाव भरा प्रभु भजन
बहुत ही प्रितभरे सुर है…???
?।।राधे राधे।।?