मत खावो रे मरदा जरदो,
थे तो थूक थूक घर भरदो,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
जो खावे रे गुटका कट-कट,
वारा दांत पडेला जट पट,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
जो पिये रे दारू मुरदा,
वारा गल जाई दोनु गुरदा,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
जो पिये रे दारू बीयर,
वारी लुगाया तो बैठी जाय पियर,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
जो पिये रे दारू विस्की,
थारा घर सु लक्ष्मी खिसकी
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
अरे दारूडा पियोडा माते मुते कुत्ता,
वारी लुगाया तो ठोके नित जुता,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
जो पिये रे सीगरेट बीडी,
वारी जट पट निकले सीडी,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
जो पिये गांजा री चिलमा,
वारी फेल रेजावे फिल्मा,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
जो खावे अमल री डलीया,
वे खोजे लोगो री गलीया,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
जो पिये डोकरीया डोडा,
थारा बुढापा मे दुखे गोडा
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
अरे माली रे रमेश रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो,
अरे नशा सु अलगो रहनो,
नाम सावरिया रो लेनो।।
मत खावो रे मरदा जरदो,
थे तो थूक थूक घर भरदो,
अरे सायब कबीरसा रो कहनो,
नशा सु अलगो रहनो।।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818