मैया मैया ओ मेरी मैया,
शान तन्नै या दिखाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना।।
पर्वत पर्वत ढुंढी मेरी मैया,
पर्वत पर्वत ढुंढी मेरी मैया,
जयकार तेरी लाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना,
मईया मईया ओ मेरी मईया,
शान तन्नै या दिखाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना।।
नगरी नगरी ढ़़ुढ़ी मेरी मैया,
नगरी नगरी ढ़़ुढ़ी मेरी मैया,
रेहमत तेरी गाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना,
मईया मईया ओ मेरी मईया,
शान तन्नै या दिखाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना।।
मंदिर मंदिर ढुंढ़ी मेरी मैया,
मंदिर मंदिर ढुंढ़ी मेरी मैया,
जोत तेरी जगाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना,
मईया मईया ओ मेरी मईया,
शान तन्नै या दिखाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना।।
कीर्तन कीर्तन ढुंढ़ी मेरी मैया,
कीर्तन कीर्तन ढुंढ़ी मेरी मैया,
सुदेश भक्त ने दिखाई मां,
मन्नै भक्तां मे बैठी पाई मां,
मईया मईया ओ मेरी मईया,
शान तन्नै या दिखाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना।।
मैया मैया ओ मेरी मैया,
शान तन्नै या दिखाई ना,
मन्नै टोली किते तुं पाई ना।।
गायक – जयप्रकाश शर्मा।
प्रेषक – राकेश कुमार जी।
खरक जाटान(रोहतक)
9992976579