मैया का मंदिर सुहाना लगता है,
तर्ज – दुल्हे का सेहरा।
दोहा – तरस रहे है नैना तेरे दर्शन को,
राह दिखाओ मैया इस भटके मन को,
शेरावाली मैया तू है जोतावाली मैया,
तू ही ज्वाला है मैया तू ही काली है मैया।
मैया का मंदिर सुहाना लगता है,
सबसे न्यारा सबसे प्यारा लगता है,
पल भर में सबको ये दर्शन देती है,
पल भर में सबको ये दर्शन देती है,
भक्तो की झोली हमेशा भरती है,
मैया का मंदिर सुहाना लगता हैं,
सबसे न्यारा सबसे प्यारा लगता है।।
लाल चुनरिया ओढ़ के माँ टिका लगाई है,
हिरा जड़ी नथ प्यार गल विच हार लगाई है,
चुन चुन कलियाँ बागा से श्रृंगार सजाया है,
रंग बिरंगे फूलों से हार बनाया है,
मैया का मुखड़ा निराला लगता है,
मैया का मुखड़ा निराला लगता है,
सबसे न्यारा सबसे प्यारा लगता है।।
ऐसा रूप सजाके माँ भक्तो के घर आई,
जो चाहो मांग लो खजाना है लाई,
चरणों का सेवक माँ दर्शन करने आया है,
दुःख विपदा सब दूर करो फरियाद लाया है,
मुश्किल दर से वापस जाना लगता है,
मुश्किल दर से वापस जाना लगता है,
सबसे न्यारा सबसे प्यारा लगता है।।
मैया का मंदिर सुहाना लगता है,
सबसे न्यारा सबसे प्यारा लगता है,
पल भर में सबको ये दर्शन देती है,
पल भर में सबको ये दर्शन देती है,
भक्तो की झोली हमेशा भरती है,
मैया का मंदिर सुहाना लगता हैं,
सबसे न्यारा सबसे प्यारा लगता है।।
गायक – अनिल रोशन।
https://youtu.be/0l05izZmgps
जय माता रानी
Bhut sunder , ????