मैं चूरू जाँऊगी बाबोसा दरबार में

मैं चूरू जाँऊगी,
बाबोसा दरबार में,
हो बाबोसा दरबार में,
मैं झुमु गाऊँगी,
बाबोसा दरबार में,
हो बाबोसा दरबार में,
अ र र र र र।।



चूरू में बाबोसा का,

बड़ा प्यारा धाम है,
कलयुग के देव जिनका,
बाबोसा नाम है,
अ र र र र र …..
मैं शीश झुकाउंगी,
बाबोसा दरबार में,
हो बाबोसा दरबार में।।



हाथ में घोटा करे,

लीले की सवारी है,
बालाजी का रूप,
देव बड़ा बलकारी है,
अ र र र र र …..
मैं दर्शन पाउँगी,
ले सारे परिवार ने,
हो बाबोसा दरबार में।।



तांती भभूति जहां,

जल का कमाल है,
अला बला भूत प्रेत,
भागे तत्काल है,
अ र र र र र …..
मैं सबको बताऊंगी,
इस सारे संसार में,
हो बाबोसा दरबार में।।



हर हर बाबोसा,

घर घर बाबोसा,
मूर्ति स्थापना,
कर रही है बाईसा,
अ र र र र र …..
मैं दिल मे बिठाउँगी,
‘दिलबर’ पहली बार में,
हो बाबोसा दरबार में।।



मैं चूरू जाँऊगी,

बाबोसा दरबार में,
हो बाबोसा दरबार में,
मैं झुमु गाऊँगी,
बाबोसा दरबार में,
हो बाबोसा दरबार में,
अ र र र र र।।

गायिका – नेहा माहेश्वरी।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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