जाने क्या रंग चढ़ा तेरा मेरे तन मन पे,
मै फिरू श्याम तेरे नाम की जोगन बनके॥॥
श्लोक – सांस आती है सांस जाती है,
मुझको तो हर घडी श्याम तेरी याद आती है।।
जाने क्या रंग चढ़ा तेरा मेरे तन मन पे,
मै फिरू श्याम तेरे नाम की जोगन बनके॥॥
तेरी सूरत बसी कन्हैया मेरी आँखो मे,
तु ही दील मे समाया तु ही मेरी सांसो मे,
तेरा ही नाम लिखले मेरी हरेक धड़कन पे,
मै फिरू श्याम तेरे नाम की जोगन बनके॥॥
जाने कब केसे तुझसे नजरे मै मिला बेठि,
प्यार मे तेरे श्याम खुद को मै भुला बेठि,
जाने केसी लगन लगी अपने प्रीतम से,
मै फिरू श्याम तेरे नाम की जोगन बनके॥॥
तुने ओ सांवरियां केसा जादू है किया,
मेने तो नाम तेरे सारा जीवन है किया,
तेरी याद हर पल सताये मुझे,
ज़माने मे कुछ भी ना भाये मुझे,
कहे सोनू देखूं जिधर सांवरे,
नज़र तु ही तु आये मुझे,
तेरे नाम की मै दीवानी हो गयी,
मै तेरा हो गया तु मेरा हो गया,
ओ मेरे श्याम तुझसे मिलना है॥
जाने क्या रंग चढ़ा तेरा मेरे तन मन पे,
मै फिरू श्याम तेरे नाम की जोगन बनके॥॥