माये तेरे दर पर आये,
तेरे दर्शन पाएं,
मैया दर्शन पाएं,
माये तेरे दर पर आए,
तेरे शीश नवाये,
मैया तुझको रिझाये,
तेरे दर्शन पाएं।।
तू जग जननी तू माँ भवानी,
तू कल्याणी हे महारानी,
तेरी शरण में जो कोई आता,
मन मंदिर के दीप जलाता,
योग ध्यान से खुद को बनाकर,
अपने पराये का भेद मिटाता,
माये तेरे दर पर आएं,
तेरे दर्शन पाएं,
मैया दर्शन पाएं।।
तू मंज़िल है तू ही है किनारा,
भटके है राही तू ही माँ सहारा,
ऊँची तेरी शान है माये,
मेरी रूह तेरा गुण गाये,
नवदुर्गा का भजन बनाकर,
दास ‘प्रवीण’ तेरी महिमा गाये,
माये तेरे दर पर आएं,
तेरे दर्शन पाएं,
मैया दर्शन पाएं।।
माये तेरे दर पर आये,
तेरे दर्शन पाएं,
मैया दर्शन पाएं,
माये तेरे दर पर आए,
तेरे शीश नवाये,
मैया तुझको रिझाये,
तेरे दर्शन पाएं।।
Singer & Writer – Praveen Pareek