कृपा करी मेरे श्याम,
द्वार खोल दिए,
अब जल्दी आ जाओ भक्तों,
बाबा बोल दिए।।
तर्ज – दूल्हे का सेहरा।
भक्तों के मन में इक चिंता भारी थी,
कब होंगी दीदार छाई लाचारी थी,
सुन भक्तों की मनुहार,
द्वारे खोल दिए,
अब जल्दी आ जाओ भक्तों,
बाबा बोल दिए।।
मंदिर खुलने से उमंग फिर जागी है,
बाबा से करेंगे बात लग्न भी लागी है,
अब पूरी होंगी मुराद,
यही सब बोल दिए,
अब जल्दी आ जाओ भक्तों,
बाबा बोल दिए।।
मोरछड़ी का झाड़ा सबको लगाएंगे,
इस वायरस की चिंता को दूर भगाएंगे,
भक्तों को लगी अब आस,
जयकारे बोल दिए,
अब जल्दी आ जाओ भक्तों,
बाबा बोल दिए।।
श्याम जगत में फिर से खुशियां छाई हैं,
सब ने जयकारों से धूम मचाई है,
“श्याम” की सुन मनुहार ये,
ताले खोल दिए,
अब जल्दी आ जाओ भक्तों,
बाबा बोल दिए।।
कृपा करी मेरे श्याम,
द्वार खोल दिए,
अब जल्दी आ जाओ भक्तों,
बाबा बोल दिए।।
रचना एवं स्वर – घनश्याम मिढ़ा।
भिवानी, मोबाइल – 9034121523