कितना प्यारा है तू बांके बिहारी,
दोहा – नित नए रूप में सजता है,
मेरो प्यारो मदन गोपाल,
दिल बार बार ये कहता है,
श्री बांके बिहारी लाल।
कितना प्यारा है तू बांके बिहारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं,
लट है घूंघर वाली,
अख कजरारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं,
कितना प्यारा है तू बाँके बिहारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं।।
तर्ज – किन्ना सोणा तेनु।
होंठों पे मुस्कान गजब की,
उड़ जाती है नींदें सबकी,
घायल कर गई तेरे,
नैनो की कटारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं,
कितना प्यारा है तू बाँके बिहारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं।।
मन भावन है रूप ये तेरा,
तू है बिहारी सबकुछ मेरा,
तेरी सूरत पे मैं,
जाऊं बलिहारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं,
कितना प्यारा है तू बाँके बिहारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं।।
तेरा और ना छोर है कोई,
तुझ जैसा ना और है कोई,
तेरे चरणों का है,
‘विष्णु’ पुजारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं,
कितना प्यारा है तू बाँके बिहारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं।।
कितना प्यारा है तू बाँके बिहारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं,
लट है घूंघर वाली,
अख कजरारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं,
कितना प्यारा है तू बाँके बिहारी,
तेरे जैसा दूसरा नहीं।।
Singer – Vishnu Mishra