खाटू वाले श्याम तेरी ज्योत जली,
ज्योत जली हाँ ज्योत जली,
जन्मों का सपना पूरा हुआ,
मन की बगिया है अब खिली,
खाटु वाले श्याम तेरी ज्योत जली,
ज्योत जली हाँ ज्योत जली।।
तर्ज – धीरे धीरे बोल कोई सुन ना ले।
मन की सारी बात वो जाने है,
सांवरिया मुझे अपना माने है,
मेरी आस को, विश्वास को,
मेरी आस को, विश्वास को,
उसने हिलने नहीं दिया,
ज्योति ही ह्रदय में है जली,
खाटु वाले श्याम तेरी ज्योत जली,
ज्योत जली हाँ ज्योत जली।।
धन दौलत का ढेर नही मेरे,
कैसे लगाउं छप्पन भोग तेरे,
क्या मैं करूँ, कैसे करूँ,
क्या मैं करूँ, कैसे करूँ,
किस विधि तुमको खुश करूँ,
मेरी कमी मुझको है खली,
खाटु वाले श्याम तेरी ज्योत जली,
ज्योत जली हाँ ज्योत जली।।
अखंड ज्योत ही अपार माया है,
श्याम प्रभु की प्रबल छाया है,
करे पाठ जो, मिले ठाठ वो,
करे पाठ जो, मिले ठाठ वो,
जीवन की हर गली राह में,
हर वक्त ही उसकी भली भली,
खाटु वाले श्याम तेरी ज्योत जली,
ज्योत जली हाँ ज्योत जली।।
बड़भागी हूँ घर में ज्योत जगी,
खुशियाँ छाई सुख की झड़ी लगी,
बोले ‘गोपाल’ हुआ कमाल,
बोले ‘गोपाल’ हुआ कमाल,
श्याम कृपा मुझको मिली,
किस्मत मेरी भी है खुली,
खाटु वाले श्याम तेरी ज्योत जली,
ज्योत जली हाँ ज्योत जली।।
खाटू वाले श्याम तेरी ज्योत जली,
ज्योत जली हाँ ज्योत जली,
जन्मों का सपना पूरा हुआ,
मन की बगिया है अब खिली,
खाटु वाले श्याम तेरी ज्योत जली,
ज्योत जली हाँ ज्योत जली।।
स्वर – अभिजीत कोहार।