खाटू री नगरी आवा,
बाबा श्याम का दर्शन पावा,
म्हारा खाटू वाला श्याम,
था पे वारी वारी जावा,
नीले घोड़े का असवार,
था पे वारी वारी जावा।।
बड़ी दूर से चलकर आवा,
थारा नाम निशान उठावा,
धनिया सारे सबको काज,
था पे वारी वारी जावा,
थारी होवे जय जय कार,
था पे वारी वारी जावा।।
गर जोर मेरो चाले,
हीरा मोत्या सु नजर उतार दूं,
मोरवी नंदन श्याम धनी पे,
सोना चांदी वार दूं,
गर जोर मेरो चाले,
हीरा मोत्या सु नजर उतार दू।।
प्यारा प्यारा श्याम धनी का,
खूब सजा दरबार,
सोना सोना चांद का टुकड़ा,
लागे है सरकार,
आसमान का तारा तोडू,
तेरे मुकुट पे टांग दूं,
गर जोर मेरो चाले,
हीरा मोत्या सु नजर उतार दूं,
मोरवी नंदन श्याम धनी पे,
सोना चांदी वार दूं,
गर जोर मेरो चाले,
हीरा मोत्या सु नजर उतार दूं।।
तेरी होवे जय जयकार,
मेरे खाटू वाले श्याम,
मेरे खाटू वाले श्याम,
नीले घोड़े वाले श्याम,
तेरी होवे जय जयकार,
मेरे कलयुग के अवतार।।
मेरे खाटू वाले श्याम,
नीले घोड़े वाले श्याम,
तेरी होवे जयकार,
मेरे कलयुग के अवतार।।
खाटू री नगरी आवा,
बाबा श्याम का दर्शन पावा,
म्हारा खाटू वाला श्याम,
था पे वारी वारी जावा,
नीले घोड़े का असवार,
था पे वारी वारी जावा।।
– लेखक / गायक / प्रेषक –
लखन आर्य और रोहित बाबाजी
7089544670/9753183694