खाटु में बिराजे म्हारा,
बाबा श्याम जी,
ओ दुनिया,
दुनिया दर्शन करने आवे,
सुनकर थारो नाम जी,
थारो नाम जी ओ बाबा,
थारो नाम जी,
दुनिया दर्शन करने आवे,
सुनकर थारो नाम जी।।
तर्ज – पल्लो लटके।
मकराणे को मंदिर थारो,
ध्वजा फरुखे भारी,
दायी भुजा गोपीनाथ विराजे,
बायीं भुजा त्रिपुरारी,
ओ थारे,
ओ थारे डोड्या हनुमत नाचे,
म्हारा बाबा श्याम जी।।
केसरिया थारे बागो सोवे,
गले पुष्पन की माला,
मोरछड़ी थारे हाथा सोवे,
भगता रा रखवाला,
ओ थारे,
ओ थारे लीले की असवारी,
म्हारा बाबा श्याम जी।।
फागण के मेले के माहि,
भगत नाचता आवे,
नाचत कूदत जावे धाम में,
चरणा शीश नवावे,
ओ थारे,
ओ थारे गा गा कर रिझावे,
म्हारा बाबा श्याम जी।।
श्याम भगत थारी महिमा गावे,
सुणलो जी गिरधारी,
सबका संकट मिटो बाबा,
शरण पड़्या हाँ थारी,
ओ थारा,
ओ थारा रामकिशन गुण गावे,
म्हारा बाबा श्याम जी।।
खाटु में बिराजे म्हारा,
बाबा श्याम जी,
ओ दुनिया,
ओ दुनिया दर्शन करने आवे,
सुनकर थारो नाम जी,
थारो नाम जी ओ बाबा,
थारो नाम जी,
दुनिया दर्शन करने आवे,
सुनकर थारो नाम जी।।