खाटू के बाबा श्याम जी,
मेरी रखोगे लाज,
रखोगे लाज मेरी,
रखोगे लाज मेरी,
मीरा के घनश्याम जी,
मेरी रखोगे लाज।।
एक भरोसो थारो है,
तू ही पत राखनहारो है,
छोटो सो मेरो काम जी,
मेरी रखोगे लाज,
खाटु के बाबा श्याम जी,
मेरी रखोगे लाज।।
टेर सुनो सांवल सा मेरी,
धीर बंधाओ करो ना देरी,
दुःख हर्ता थारो नाम जी,
मेरी राखोगे लाज,
खाटु के बाबा श्याम जी,
मेरी रखोगे लाज।।
भीख दया की कब दोगे,
मेरी सुध प्रभु कब लोगे,
पुजू में थारा पाव जी,
मेरी राखोगे लाज,
खाटु के बाबा श्याम जी,
मेरी रखोगे लाज।।
‘काशी’ चरणा को चेरो,
जीवन सफल बना मेरो,
था बिन कित आराम जी,
मेरी राखोगे लाज,
खाटु के बाबा श्याम जी,
मेरी रखोगे लाज।।
खाटू के बाबा श्याम जी,
मेरी रखोगे लाज,
रखोगे लाज मेरी,
रखोगे लाज मेरी,
मीरा के घनश्याम जी,
मेरी रखोगे लाज।।
स्वर – संजय मित्तल जी।
प्रेषक – Vijay vats
7015809310
Jai shree shyam baba ki jai