कर दिया बेडा पार,
बाला जी तनै,
कर दिया बेड़ा पार,
संकट टाल्या करया उजाला,
मिटा दिया अंधकार,
कर दिया बेड़ा पार,
बालाजी तनै,
कर दिया बेड़ा पार।।
दुख विपदा म्ह टेम कटया,
बाबा झेल्या दुखड़ा मोटा,
सुख का टेम ना देखया बाबा,
संकट देखया खोटा,
घुम्या बाबा जब तेरा सोटा,
संकट दिया पसार,
बालाजी तनै,
कर दिया बेड़ा पार।।
भाईचारा रिश्तेदारी,
सबनै मोड़या मुखड़ा,
तू हे पाया सच्चा साथी,
जीनै सुणया मेरा दुखड़ा,
मिलै नहीं था अन्न का टुकड़ा,
भरे तनै भंडार,
बालाजी तनै,
कर दिया बेड़ा पार।।
मेरे राह म्ह शूल पड़ी थी,
फूल यैं तनै खिलाए,
रोंदया के तनै आँसू पून्छे,
पल भर म्ह हँसाए,
दौड़े दौड़े भाजे आए,
सुणकै करुण पुकार,
बालाजी तनै,
कर दिया बेड़ा पार।।
नुगरा माणस के जाणै,
बाबा के सै तेरी माया,
कहै गजेन्द्र उसनै बेरा,
जिसनै तू अजमाया,
लक्की शर्मा नै भजन सुणाया,
करै तेरा सत्कार,
बालाजी तनै,
कर दिया बेड़ा पार।।
कर दिया बेडा पार,
बाला जी तनै,
कर दिया बेड़ा पार,
संकट टाल्या करया उजाला,
मिटा दिया अंधकार,
कर दिया बेड़ा पार,
बालाजी तनै,
कर दिया बेड़ा पार।।
लेखक – गजेन्द्र स्वामी कुड़लण।
9996800660
गायक – लक्की शर्मा।