कहाँ हो कन्हैया भजन लिरिक्स

सुख में सभी थे संग मेरे,
दुख में दिखा नहीं कोई अपना,
तेरे हवाले दीनानाथ मेरी नैया,
कहाँ हो कन्हैया,
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ,
तुम कहाँ हों कन्हैया,
कहाँ हों कन्हैया।।

तर्ज – लम्बी जुदाई।



खुद को मैं कैसे आज बचाऊँ,

डर लगता है कहीं डूब ना जाऊँ,
टूटी है नैया न पतवार,
ना खिवैया, कहाँ हों कन्हैया,
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ,
तुम कहाँ हों कन्हैया,
कहाँ हों कन्हैया।।



संकट में मैं किसको पुकारूँ,

तेरी कन्हैया बस डगर निहारूँ,
लाज बचालो मेरी आज,
डोले नैया, कहाँ हों कन्हैया,
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ,
तुम कहाँ हों कन्हैया,
कहाँ हों कन्हैया।।



मैं जानता हूँ तेरे सहारे,

लग जायेगी नाव किनारे,
देर ना लगाओ आओ श्याम,
पडूँ पइया, कहाँ हों कन्हैया,
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ,
तुम कहाँ हों कन्हैया,
कहाँ हों कन्हैया।।



तेरे हवाले दीनानाथ मेरी नैया,

कहाँ हो कन्हैया,
हारे के सहारे थाम लो बईयाँ,
तुम कहाँ हों कन्हैया,
कहाँ हों कन्हैया।।

Singer – Sohini Mishra


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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