कब तक यूँ ही चुप बैठोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
दुखड़े हमारे कब मेटोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
कब तक यूं ही चुप बैठोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे।।
तकलीफों को सहते सहते,
टूट गया हूँ मैं तो श्याम,
देख के भी ना देख रहे हो,
बैठे हो बनके अनजान,
आंसू भी क्या ना देखोगे,
आंसू भी क्या ना देखोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
कब तक यूं ही चुप बैठोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे।।
एक मुकम्मल समय बता दो,
जब दोगे तुम मुझ पर ध्यान,
तेरे रहते चली ना जाए,
मेरी इज्जत मेरा मान,
पार भवर से कब कर दोगे,
पार भवर से कब कर दोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
कब तक यूं ही चुप बैठोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे।।
आकर के हरी मुझे संभालो,
डूब ना जाए तेरा नाम,
अब तो लगने लगा है जैसे,
जीवन है बस एक संग्राम,
दुःख को सुख में कब फेरोगे,
दुःख को सुख में कब फेरोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
कब तक यूं ही चुप बैठोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे।।
कब तक यूँ ही चुप बैठोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
दुखड़े हमारे कब मेटोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
कब तक यूं ही चुप बैठोगे,
इतना बता दो मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे मेरे सांवरे।।
स्वर – हरी शर्मा जी।