काहे मुझे तू सताए रे श्याम अपना बनाए के

काहे मुझे तू सताए रे,
श्याम अपना बनाए के,
अपना बनाए के श्याम,
अपना बनाए के,
काहे मुझे तु सताए रे,
श्याम अपना बनाए के।।

तर्ज – छाप तिलक सब छीनी रे।



मैं तो श्याम ये सबसे कहूं,

दर पे आया था,
अपना समझ के,
तोड़ दिया तुने दिल को मेरे,
अपना बनाए के,
काहे मुझे तु सताए रे,
श्याम अपना बनाए के।।



विनती करूं मैं,

तुमसे सांवरिया,
तुमसे सांवरिया,
तुमसे सांवरिया,
मुझको ना तू रुलाए रे,
श्याम अपना बनाए के,
काहे मुझे तु सताए रे,
श्याम अपना बनाए के।।



लेवे ना खबरिया,

मेरी तू सांवरिया,
“जालान” से नैन चुराए रे,
श्याम अपना बनाए के,
काहे मुझे तु सताए रे,
श्याम अपना बनाए के।।



काहे मुझे तू सताए रे,

श्याम अपना बनाए के,
अपना बनाए के,
अपना बनाए के श्याम,
अपना बनाए के,
काहे मुझे तु सताए रे,
श्याम अपना बनाए के।।

स्वर – पूनम भोला।
भजन रचयिता – पवन जालान।
94160-59499 भिवानी (हरियाणा)


Previous articleहमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता भजन लिरिक्स
Next articleतुमको कब से रहा निहार मेरी सुन ले श्याम पुकार
Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here