जीवन की नैया मेरी,
डूबेगी ये लगता है,
पर डूबेगी कैसे भला,
मेरा माझी कन्हैया है,
पर डूबेगी कैसे भला,
मेरा माझी कन्हैया है।।
तर्ज – जीता था जिसके लिए।
मजधार में जो ना डूबते तो,
खुद ही सम्भल जाते हम,
खुद ही सम्भल जाते हम,
हारे के साथी तुम हो कन्हैया,
ना जान पाते हम,
ना जान पाते हम,
अब लगता है संसार ये रूठ गया,
जग रूठे तो रूठे भला,
मेरा संसार कन्हैया है,
अब डूबेगी कैसे भला,
मेरा माझी कन्हैया है।।
एहसान हम पर जो है तुम्हारे,
ना भूल पाएंगे हम,
ना भूल पाएंगे हम,
हम है भिखारी दर पे तुम्हारे,
तेरे भरोसे है हम,
तेरे भरोसे है हम,
अब तेरी ही दहलीज पे,
निकल जाए दम,
हम जैसे गरीबों का,
ये लखदातार कन्हैया है,
Bhajan Diary Lyrics,
अब डूबेगी कैसे भला,
मेरा माझी कन्हैया है।।
जीवन की नैया मेरी,
डूबेगी ये लगता है,
पर डूबेगी कैसे भला,
मेरा माझी कन्हैया है,
पर डूबेगी कैसे भला,
मेरा माझी कन्हैया है।।
Singer – Sagar Vyas