जे अपने माई बाप के सताई,
दोहा – जब तक जोग भजन कीर्तन,
सब पूजा पाठ बेकार ब,
जग में वहीं इन्सान ब,
जेकरा माई बाप से प्यार ब।
जे अपने माई बाप के सताई,
नरको में जगा है पाई ना भाई,
पाई ना भाई,
जे अपने माईं बाप के सताई।।
दुनिया देखबलस जे,
दुनिया में ले आईके,
बड़ा हानि कैलस तोहका,
दुधवा पि आइके,
ममता के ओखर,
ठिक न दिआई,
ठिक न दिआई,
जे अपने माईं बाप के सताई।।
जौन बाप ऊंगली धर के,
चलै के सिखबले,
पढबले लिखाबले,
शादी कैके घर बसबले,
वहीं माई बाप के बनें ल कशाई,
बनें ल कशाई,
जे अपने माईं बाप के सताई।।
माई बाप के सेवा में,
मेवा हजार ब,
बिना घर के देवता पुजले,
ये तीरथ बेकार ब,
माई बाप से पहले,
न तीरथ भेटाई,
न तीरथ भेटाई,
जे अपने माईं बाप के सताई।।
जे अपने माईं बाप के सताई,
नरको में जगा है पाई ना भाई,
पाई ना भाई,
जे अपने माईं बाप के सताई।।
गायक / प्रेषक – बबलू साहू।
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