जय जय हो श्री गणेशा,
किरपा करना हमेशा।
दोहा – श्री गणेश पद वंद के,
धरऊ गुरु का ध्यान,
नारद शारद शेष महेश,
बंदऊ श्री भगवान।
श्री पति लक्ष्मी पति,
सीता पति श्री राम,
श्री गुरुदेव को मेरा,
बार बार प्रणाम।
जय जय हो श्री गणेशा,
किरपा करना हमेशा,
आए है तेरे दर पे गणेशा,
आए है तेरे दर पे,
काटो सकल कलेशा,
जय जय हों श्री गणेशा,
कृपा करना हमेशा।।
हो सुख करता दुख हरता,
मंगल मूर्ति दाता,
हो विध्न विनाशक स्वामी,
सबका भाग्य विधाता,
दुनिया में सबसे पहले गणेशा,
होती है तेरी पूजा,
जय जय हों श्री गणेशा,
किरपा करना हमेशा।।
अद्भुत है तेरी महिमा,
संत करे निज सेवा,
भोग लगे तुझे निस दिन,
मोदक लड्डू मेवा,
हर दम तुझे मैं गाऊं गणेशा,
वरदान देना ऐसा,
जय जय हों श्री गणेशा,
किरपा करना हमेशा।।
जय जय हों श्री गणेशा,
किरपा करना हमेशा,
आए है तेरे दर पे गणेशा,
आए है तेरे दर पे,
काटो सकल कलेशा,
जय जय हों श्री गणेशा,
किरपा करना हमेशा।।
गायक – नर्मदा गोस्वामी।
प्रेषक – डिकेस्वर चंदली।