जागो श्याम सलोने भोर भयी,
तेरे सेवक अर्ज लगाते है,
नैनो में प्यास है दर्शन की,
नैनो में प्यास है दर्शन की,
प्रभु तेरा लाड़ लड़ाते है,
जागों श्याम सलोने भोर भयी।।
तर्ज – श्यामा आन बसों वृन्दावन में।
गंगा जल से नहलाऊंगी,
तुझे केसर तिलक लगाउंगी,
सुन्दर पुष्पों की माला से,
सुन्दर पुष्पों की माला से,
प्रभु तुझको आज सजाते है,
जागों श्याम सलोने भोर भयी।।
माखन का भोग मैं लाई हूँ,
केसर मिश्री भी मैं लाई हूँ,
रूचि रुच के भोग लगाओ प्रभु,
रूचि रुच के भोग लगाओ प्रभु,
बड़े भाव से भोग लगाते है,
जागों श्याम सलोने भोर भयी।।
जो प्रेम से इनको बुलाता है,
और भाव से भजन सुनाता है,
‘नीतू’ कहती ना देर करे,
‘नीतू’ कहती ना देर करे,
ये दौड़े दौड़े आते है,
जागों श्याम सलोने भोर भयी।।
जागो श्याम सलोने भोर भयी,
तेरे सेवक अर्ज लगाते है,
नैनो में प्यास है दर्शन की,
नैनो में प्यास है दर्शन की,
प्रभु तेरा लाड़ लड़ाते है,
जागों श्याम सलोने भोर भयी।।
Singer – Neetu Shree
बहुत ही आनंद दायक