जग में सुन्दर है दो नाम,
चाहे कृष्ण कहो या राम,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम।।
माखन ब्रज में एक चुरावे,
एक बेर भीलनी के खावे,
प्रेम भाव से भरे अनोखे,
दोनों के है काम,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम।।
एक कंस पापी को मारे,
एक दुष्ट रावण संहारे,
दोनों दीन के दुःख हरत है,
दोनों बल के धाम,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम।।
एक ह्रदय में प्रेम बढावे,
एक ताप संताप मिटावे,
दोनों सुख के सागर है,
और दोनों पूरण काम,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम।।
एक राधिका के संग राजे,
एक जानकी संग बिराजे,
चाहे सीताराम कहो,
या बोलो राधेश्याम,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम।।
जग में सुन्दर है दो नाम,
चाहे कृष्ण कहो या राम,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम।।
स्वर – श्री अनूप जलोटा जी।
Bahut achha jai ho aapki ????