करूँ फिकर क्यों बाबा,
जब तू है पालनहार,
तेरे भरोसे चलता,
मेरा सारा कारोबार।।
तर्ज – सावन का महीना।
सेठों का सेठ है तू,
मैं हूँ भिखारी,
कैसी गजब है बाबा,
तेरी मेरी यारी,
कहता जहान ये सारा,
तू है यारो का यार,
तेरे भरोसे चलता,
मेरा सारा कारोबार।।
पल में बनाते हो,
रंक से राजा,
जो भी सच्चे मन से बाबा,
द्वारे तेरे आता,
कैसे बताऊँ हमको,
करता है कितना प्यार,
तेरे भरोसे चलता,
मेरा सारा कारोबार।।
बड़ा ही दयालु है,
तुमको बताऊं,
यारी है पक्की इसकी,
तुम्हे समझाऊं,
साथ नहीं छोड़ेगा,
जो दर आए एक बार,
तेरे भरोसे चलता,
मेरा सारा कारोबार।।
‘रोहिला’ को तुमने बाबा,
गले से लगाया,
सम्मान बाबा जग में,
‘नादाँ’ को दिलाया,
हर ग्यारस को बाबा,
मैं आता तेरे द्वार,
तेरे भरोसे चलता,
मेरा सारा कारोबार।।
करूँ फिकर क्यों बाबा,
जब तू है पालनहार,
तेरे भरोसे चलता,
मेरा सारा कारोबार।।
Singer – Namdev Rohit Nadan