जब तक चलती रहे मेरी सांस,
तब तक रहना तू मेरे आस पास,
बाबुल तू है मेरा लाड़ो मैं हूँ तेरी,
बाबुल तू है मेरा लाड़ो मैं हूँ तेरी।।
तर्ज – जब तक पुरे ना हो फेरे।
जबसे मुझ पर तेरी नज़र पड़ी है,
तबसे मुसीबत घर से दूर खड़ी है,
तेरी नज़र पड़ी है मुसीबत दूर खड़ी है,
तू ही तो है बस मेरा विश्वास,
तब तक रहना तू मेरे आस पास।।
हर जन्मों में बाबा तेरी बेटी कहलाऊँ,
कछु नहीं चाहूँ तेरी शरण मैं पाऊं,
तेरी बेटी कहलाऊँ तेरी शरण मैं पाऊं,
बुझती रहे इन नैनो की प्यास,
तब तक रहना तू मेरे आस पास।।
जब जब दुःख मेरा मैंने तुमको सुनाया,
काहे घबराए मैं हूँ संग में तूने समझाया,
मैंने तुमको सुनाया संग में तुझको ही पाया,
पग पग ‘श्याम’ को होता अहसास,
तब तक रहना तू मेरे आस पास।।
जब तक चलती रहे मेरी सांस,
तब तक रहना तू मेरे आस पास,
बाबुल तू है मेरा लाड़ो मैं हूँ तेरी,
बाबुल तू है मेरा लाड़ो मैं हूँ तेरी।।
स्वर – अंजलि द्विवेदी।