जाके सिर पर हाथ,
म्हारे श्याम धणी को होवे हैं,
जाँके सिर पर हाथ,
जाँके सिर पर हाथ,
म्हारे श्याम धनी को होवे हैं,
वांको बाल ना बाँको होवे हैं,
जाँके सिर पर हाथ।।
तर्ज – एक तेरा साथ।
कलयुग में बाबा का,
घर घर बजे डंका,
बडो बलकारी हैं,
जो भाव से ध्यावे,
पल भर में है आवे,
करे ना देरी है,
जांका जैसा भाव,
जांका जैसा भाव,
बाबो वैसो फल देवे हैं,
जांका जैसा भाव,
जांका जैसा भाव बाबो,
वैसो फल देवे हैं,
वांको बाल ना बाँको होवे हैं,
जाँके सिर पर हाथ।।
इक बार जाओगा,
हर साल जाओगा,
बाबा के मेले में,
आनन्द ही आनन्द,
अमृत की हो वर्षा,
बाबा के मेले में,
लेकर एंको नाम,
लेकर एंको नाम,
जो भी पैदल खाटु जावे हैं,
लेकर एंको नाम,
लेकर एंको नाम,
जो भी पैदल खाटु जावे हैं,
वो बैठयो मौज उडावे हैं,
जाँके सिर पर हाथ।।
दुनिया की मस्ती में,
मत भूल बाबा ने,
यो हि तेरे काम को,
जंइया मनाओगा,
यो मान जावेगो,
भूखो है थारे भाव को,
श्याम को आशीर्वाद,
श्याम को आशीर्वाद,
‘शुभम रूपम’ जां पर होवे हैं,
श्याम को आशीर्वाद,
श्याम को आशीर्वाद,
‘शुभम रूपम’ जां पर होवे हैं,
वो टान के खुँटी सोवे हैं,
जाँके सिर पर हाथ।।
जाके सिर पर हाथ,
म्हारे श्याम धणी को होवे हैं,
जाँके सिर पर हाथ,
जाँके सिर पर हाथ,
म्हारे श्याम धनी को होवे हैं,
वांको बाल ना बाँको होवे हैं,
जाँके सिर पर हाथ।।
Singer : Shubham Rupam
Bahut hi Sunder