हम तो आए है बाबा रूनीचा गाँव में,
हम तो आए हैं बाबा रूनीचा गांव में,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
रामापीर, रामापीर।।
तुमने ना जाने यहाँ कितनो को तारा,
हर कोई लगता यह देखो दिवाना,
तुम ही से शुरू तुम ही पे कहानी खत्म करे,
तुम ही से शुरू तुम ही पे कहानी खत्म करे,
दुजा न आए कोई नैनो के द्वार में,
दुजा न आए कोई नैनो के द्वार में,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
रामापीर, रामापीर।।
लाखों ही आए यहाँ बनके सवाली,
कोई ना गया तेरे दर्श से है खाली,
सबकी सुनी सबकी झोली तूने भरी,
सबकी सुनी सबकी झोली तूने भरी,
दुजा ना भाये कोई अब संसार में,
दुजा न भाये कोई अब संसार में,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
रामापीर, रामापीर।।
दिवला संजोया हरी पाठ पुराया,
सारी राता में तुम्हे भजन सुनाया,
तेरी कृपा जीवन मेरी नाव चली,
तेरी कृपा जीवन मेरी नाव चली,
‘पवन पुनीया’ तेरे गुण गाए बापजी,
‘पवन पुनीया’ तेरे गुण गाए बापजी,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
रामापीर, रामापीर।।
हम तो आए है बाबा रूनीचा गाँव में,
हम तो आए हैं बाबा रूनीचा गांव में,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
प्यार की छाव मे बैठाए रखना,
रामापीर, रामापीर।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818