हम है बांके बिहारी के,
बांके बिहारी हमारे है,
पल भर ना रहते दूर कहीं,
सांचे मीत हमारे है।।
तर्ज – तेरा मेरा प्यार अमर।
रहता हमारा सदा उनको ध्यान,
आने ना देते कोई व्यवधान,
वो ही जीवन धन हमारे है,
बाँके बिहारी हमारे है,
हम है बाँके बिहारी के,
बांके बिहारी हमारे है।।
वो है दिन बंधू मैं हूँ अति दीन,
वो है सुख के सिन्धु मैं हूँ जल की मीन,
ऐसे संबंध हमारे है,
बाँके बिहारी हमारे है,
हम है बाँके बिहारी के,
बांके बिहारी हमारे है।।
‘चित्र विचित्र’ के पालन हार,
सदा ही लुटाते है अनुपम प्यार,
जन्मों जनम से हमारे है,
बाँके बिहारी हमारे है,
हम है बाँके बिहारी के,
बांके बिहारी हमारे है।।
हम है बांके बिहारी के,
बांके बिहारी हमारे है,
पल भर ना रहते दूर कहीं,
सांचे मीत हमारे है।।
स्वर – श्री चित्र विचित्र महाराज जी।