हम दीवानों को फिकर क्या,
सांवरा जब साथ है,
लाज अपनी गर गई तो,
लाज अपनी गर गई तो,
सांवरे को लाज है,
हम दीवानो को फिकर क्या,
सांवरा जब साथ है।।
तर्ज – होश वालों को खबर क्या।
विष को अमृत में बदल दे,
ऐसा जादूगर कहाँ,
मीरा का गोपाल गिरधर,
अपना तो सरताज है,
लाज अपनी गर गई तो,
सांवरे को लाज है,
हम दीवानो को फिकर क्या,
सांवरा जब साथ है।।
चाहे कुछ कर ले जमाना,
हम प्रभु के हो गए,
श्याम ही अंजाम अपना,
श्याम ही अगाज है,
लाज अपनी गर गई तो,
सांवरे को लाज है,
हम दीवानो को फिकर क्या,
सांवरा जब साथ है।।
सौंपकर जीवन प्रभु को,
हम तो बेपरवाह हुए,
अपने भक्तो के संवारे,
सांवरा ही काज है,
लाज अपनी गर गई तो,
सांवरे को लाज है,
हम दीवानो को फिकर क्या,
सांवरा जब साथ है।।
हम दीवानों को फिकर क्या,
सांवरा जब साथ है,
लाज अपनी गर गई तो,
लाज अपनी गर गई तो,
सांवरे को लाज है,
हम दीवानो को फिकर क्या,
सांवरा जब साथ है।।
Singer – Sanju Sharma Ji