हो बादल भक्तों पर बरसो,
इंदर ज्यू घरनाओ धजाबंद,
गावा राज बधाओ।।
पल में बालक बाबा पल में बूढ़ा,
पल पल रूप बनाओ,
हो बालक अजमल घर आया,
जुगड़ा में परचा पाओ धजाबंद,
गावा राज बधाओ।।
लीले चढो अलख अविनाशी,
घर भगता के आओ,
दे परकमा पावा लागा,
चरना में भक्त रमाओ धजाबंद,
गावा राज बधाओ।।
आंदा ने आंख बाबा,
पांव पंगला ने,
कोडिया रो कलंक झडाओ,
नी पुत्रा ने पुत्र देवो,
सबकी आस पुराओ धजाबंद,
गावा राज बधाओ।।
चंद्रो बारठ सरन गुरा की,
देव निरंजन ध्याओ,
मालिक बेडो पार करेलो,
अजमल जी रो छाओ धजाबंद,
गावा राज बधाओ।।
हो बादल भक्तों पर बरसो,
इंदर ज्यू घरनाओ धजाबंद,
गावा राज बधाओ।।
गीतकार – चंद्रो जी बारठ।
गायक – किशन पुजारी सुजानगढ़।
6378624651