हे गुरूजी हमें दुनिया की,
बुराई से बचाना,
बच्चे है तेरे हम,
हमें चरणों से लगाना।।
सतनाम श्री वाहे गुरु,
सतनाम श्री वाहे गुरु।
नैया मेरी गुरूजी,
है तेरे हवाले,
सब हाथ में तेरे,
तू ही सबको संभाले,
बनके माझी मेरी नैया को,
भव पार लगाना,
बच्चे है तेरे हम,
हमें चरणों से लगाना।।
सतनाम श्री वाहे गुरु,
सतनाम श्री वाहे गुरु।
आँखे मेरी दिन रात,
दर्शन तेरा करे,
जुबाँ मेरी दिन रात बस,
भजन तेरा करे,
ऐसे बसर मेरा जीवन हो,
करूँ तेरा शुकराना,
बच्चे है तेरे हम,
हमें चरणों से लगाना।।
सतनाम श्री वाहे गुरु,
सतनाम श्री वाहे गुरु।
आती नहीं है बंदगी,
खुद ही हमें सीखा,
हाथ थामकर हमें,
रस्ता नया दिखा,
कर किरपा ज्ञान का दीप,
ह्रदय में जलना,
बच्चे है तेरे हम,
हमें चरणों से लगाना।।
सतनाम श्री वाहे गुरु,
सतनाम श्री वाहे गुरु।
है पथ बड़ा कठिन इसे,
आसान कीजिये,
भक्तों पे अपने प्रभु,
रहमो करम कीजिये,
है दुनिया बड़ी संगदिल,
कष्टों से बचाना,
बच्चे है तेरे हम,
हमें चरणों से लगाना।।
सतनाम श्री वाहे गुरु,
सतनाम श्री वाहे गुरु।
हे गुरूजी हमें दुनिया की,
बुराई से बचाना,
बच्चे है तेरे हम,
हमें चरणों से लगाना।।
सतनाम श्री वाहे गुरु,
सतनाम श्री वाहे गुरु।
प्रेषक – नबीन कुमार साहू।