हस्ती ही ऐसी होती हर श्याम दीवाने की भजन लिरिक्स

हर वक़्त वजह ना पूछो,
मेरे मुस्काने की,
हस्ती ही ऐसी होती,
हर श्याम दीवाने की।।

तर्ज – सावन का महीना।



मुस्कान प्यारी मैंने,

सांवरे से पाई,
यही तो है श्याम नाम,
की साँची कमाई,
कीमत तुम क्या जानो,
अनमोल ख़ज़ाने की,
हस्ती हि ऐसी होती,
हर श्याम दीवाने की।।



पतझड़ सा जीवन अब तो,

हरा और भरा है,
रवि की तरह लाखों का,
जीवन तरा है,
चढ़ी खुमारी इसको,
अब श्याम तराने की,
हस्ती हि ऐसी होती,
हर श्याम दीवाने की।।



‘श्याम सहारा भक्तों का प्यारा,

लीले की सवारियां,
दीनो का ये दास कन्हैया,
करता रखवारियाँ,
खाटू बुलाता प्यार लुटाता,
भक्तों पे करता मेहरबानियां,
दीनो की ये करता रखवारियाँ।।’



देखो तो जाके एक बार,

खाटू का मौसम,
कसम से कहोगे,
जीवन हो गया रोशन,
नहीं ज़रूरत मुझको,
ज़्यादा फरमाने की,
करो तैयारी तुम भी,
संग में खाटू जाने की।।



हर वक़्त वजह ना पूछो,

मेरे मुस्काने की,
हस्ती ही ऐसी होती,
हर श्याम दीवाने की।।

Singer – Aamir Ali / Ravi Sharma


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Shekhar Mourya
Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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