हर करम अपना करेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए,
दिल दिया है जां भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए।।
तू मेरा कर्मा तू मेरा धर्मा,
तू मेरा अभिमान है,
ऐ वतन मेहबूब मेरे,
तुझपे दिल कुर्बान है,
हम जिऐंगे और मरेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए,
दिल दिया है जां भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए।।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
हमवतन हमनाम हैं,
जो करे इनको जुदा,
मज़हब नहीं इल्जाम है
हम जिऐंगे और मरेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए,
दिल दिया है जां भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए।।
तेरी गलियों में चलाकर,
नफ़रतों की गोलियां,
लूटते हैं सब लुटेरे,
दुल्हनों की डोलियां,
लुट रहा है आंप वो,
अपने घरों को लूट कर,
खेलते हैं बेखबर,
अपने लहू से होलीयां
हम जिऐंगे और मरेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए,
दिल दिया है जां भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए।।
हर करम अपना करेंगे,
ऐ वतन तेरे लिए,
दिल दिया है जां भी देंगे,
ऐ वतन तेरे लिए।।
Good