हमें तो जोगनिया,
बनाये गयो रे,
वो छलिया नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे,
वो लाला नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे।।
आप तो जाए श्याम,
मथुरा बिराजे,
हमें तो गोकुल में,
बसाये गयो री,
वो छोरा नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे,
हमें तो जोगनियाँ,
बनाये गयो रे,
वो छलिया नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे।।
आप तो खावे श्याम,
माखन मिश्री,
हमें तो खटी छछिया,
पिलाई गयो री,
वो छोरा नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे,
हमें तो जोगनियाँ,
बनाये गयो रे,
वो छलिया नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे।।
आप तो जाए श्याम,
मथुरा बिराजे,
हमें तो गोकुल में,
बसाये गयो री,
वो छोरा नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे,
हमें तो जोगनिया,
बनाये गयो रे,
वो छलिया नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे।।
मोहन के सिर पर,
मुकुट विराजे,
हमारे सर जटा,
रखाये गयो री,
वो छलिया नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे,
हमें तो जोगनिया,
बनाये गयो रे,
वो छलिया नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे।।
हमें तो जोगनिया,
बनाये गयो रे,
वो छलिया नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे,
वो लाला नन्द को री,
जोगनिया बनाये गयो रे।।