है स्वर्ग से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया,
भक्तों के मन को मोहे,
भक्तों के मन को मोहे,
दरबार तेरा मैया,
है स्वर्गं से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया।।
तेरी राहें लग रही है,
जैसे हो माँ की बाहें,
इन्ही बाजुओं में भरकर,
बच्चो को माँ बुलाए,
भक्तो को मिल रहा है,
भक्तो को मिल रहा है,
यहाँ प्यार तेरा मैया,
है स्वर्गं से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया।।
कहीं पर्वतो के ऊपर,
है बादलो के डेरे,
रंगीन कर दी घाटी,
यूँ फुल है बिखेरे,
हर्षय में मिल रहा है,
हर्षय में मिल रहा है,
दीदार तेरा मैया,
है स्वर्गं से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया।।
कूहके कही पे कोयल,
कही मोर बोलते है,
झरनों के गीत मन में,
अमृत सा घोलते है,
है स्वप्न से भी प्यारा,
है स्वप्न से भी प्यारा,
संसार तेरा मैया,
है स्वर्गं से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया।।
टोले बनाके आते,
तेरे भक्त प्यारे प्यारे,
भक्तो के द्वारा तेरे,
माँ गूंजते जयकारे,
हर एक जुबां बोले,
हर एक जुबां बोले,
जयकारा तेरा मैया,
है स्वर्गं से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया।।
तेरे दर को छोड़कर माँ,
कहीं और ना रहूँगा,
चरणों में तेरे मैया,
जीवन गुजार दूंगा,
जीवन पे ‘अमर’ के है,
जीवन पे ‘अमर’ के है,
उपकार तेरा मैया,
है स्वर्गं से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया।।
है स्वर्ग से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया,
भक्तों के मन को मोहे,
भक्तों के मन को मोहे,
दरबार तेरा मैया,
है स्वर्गं से भी सुन्दर,
दरबार तेरा मैया।।
Singer – Rakesh Kala