हारा हुआ मैं सांवरा,
आके गले लगा ले,
मेरी अटकी नैया को,
आके पार लगा दे,
हारा हुआ मैं साँवरा,
आके गले लगा ले।।
घेरे मुझे अँधेरे,
कहीं रौशनी नही है,
अपने हुए पराये,
अपना कोई नहीं है,
इस जग में हूँ अकेला,
आके अपना बना ले,
हारा हुआ मैं साँवरा,
आके गले लगा ले।।
आया मैं तेरे द्वार श्याम,
दुनिया से हार के,
अब कहाँ जाऊं मैं श्याम,
इस संसार में,
किस्मत संवारने मेरी,
आजा तू सांवरे,
हारा हुआ मैं साँवरा,
आके गले लगा ले।।
दुनिया से क्या लेना मुझे,
दुनिया देती जख्म,
लेना तो मुझे श्याम से,
जो देता मरहम,
‘कृष्णा’ हुआ दीवाना,
तेरे ही नाम पे,
हारा हुआ मैं साँवरा,
आके गले लगा ले।।
हारा हुआ मैं सांवरा,
आके गले लगा ले,
मेरी अटकी नैया को,
आके पार लगा दे,
हारा हुआ मैं साँवरा,
आके गले लगा ले।।
Singer & Writer – Krishna Agarwal