ग्यारह मंगलवार जो भी,
व्रत करेगा,
श्री बाबोसा उसके,
हर संकट हरेगा,
मंजू बाईसा के संग,
ध्यान जो धरेगा,
दामन उसका,
खुशियो से भरेगा,
जय बाबोसा,
ॐ बाबोसा।।
जिसने कर लिया,
इस व्रत को स्वीकार,
जीवन मे उसके,
होते चमत्कार,
शुभ करते दुख हरते,
ग्यारह मंगलवार,
करते हो फिर,
क्यों सोच विचार,
श्रद्धा से जो व्रत,
पूजन करेगा,
श्री बाबोसा उसके,
हर संकट हरेगा,
मंजू बाईसा के संग,
ध्यान जो धरेगा,
दामन उसका,
खुशियो से भरेगा,
जय बाबोसा,
ॐ बाबोसा।।
आओ मिलके करे,
प्रण ये अटल,
करके दृढ़ संकल्प,
बीते न पल,
बाबोसा कृपा न होती,
कभी निष्फल,
हर हाल में मिलेगा,
इस व्रत का फल,
पूरे परिवार संग,
व्रत जो करेगा,
श्री बाबोसा उसके,
हर संकट हरेगा,
मंजू बाईसा के संग,
ध्यान जो धरेगा,
दामन उसका,
खुशियो से भरेगा,
जय बाबोसा,
ॐ बाबोसा।।
बाबोसा की भक्ति में,
होकर मगन,
करलो मंगलवार व्रत,
मिला जो जीवन,
कोई चाह नही,
‘दिलबर’ मिला जो ये धन,
साथ बाईसा का,
बाबोसा भी संग,
होगा पुण्यशाली,
जो व्रत ये करेगा,
श्री बाबोसा उसके,
हर संकट हरेगा,
मंजू बाईसा के संग,
ध्यान जो धरेगा,
दामन उसका,
खुशियो से भरेगा,
जय बाबोसा,
ॐ बाबोसा।।
ग्यारह मंगलवार जो भी,
व्रत करेगा,
श्री बाबोसा उसके,
हर संकट हरेगा,
मंजू बाईसा के संग,
ध्यान जो धरेगा,
दामन उसका,
खुशियो से भरेगा,
जय बाबोसा,
ॐ बाबोसा।।
गायक – श्री हर्ष व्यास मुम्बई।
लेखक / प्रेषक – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
9907023365